साधक सेवा :

साधक सेवा हेतु प्रारम्भ से ही अर्थात  वर्ष  1957 से ही साधक आश्रम  का  निर्माण किया हुआ है | किसी भी प्रकार के लौकिक /सांसारिक चिंता से मुक्त, अपनी आध्यात्मिक उन्नति में रत करीब  22 साधक यहाँ आश्रम में निवास कर रहे  है | संघ के दर्शन से प्रभावित होकर इन सभी साधको ने अपना शेष जीवन संघ को ही समर्पित कर दिया है | सभी साधको के लिए अलग अलग कुटिया बनी हुई है | दो भवन भी निर्मित है | छोटा भवन प्रतिदिन की सत्संग बैठको के लिए तथा बड़ा भवन सभा भवन के रूप में विशेष आयोजनो के लिए प्रयुक्त होता है | प्रतिदिन  सत्संग गोष्ठी नियमित रूप से दो बार होती है और रविवार तथा एकादशी के दिन विशेष बैठक का आयोजन किया जाता है | सुरम्य , शान्त , हरियाली एंव वृक्षो से आच्छादित साधना आश्रम स्वयं में एक विशिष्टता लिए हुये है |